Thursday 22 February 2024

झूठ छलकाती गागर ..





4 comments:

  1. जज्बातों से खेलना,
    है फ़ितरत इंसान की
    लम्हा लम्हा दुरूह
    क्या यही जीवन सार है
    बहुत सटीक एवं लाजवाब..
    वाह!!!

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  2. बहुत उम्दा रचना आदरणीय .

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